गोरखपुर-बुजुर्ग हरिनारायण हत्याकांड का खुलासा, सोखैती के शक में भतीजे ने दोस्त के साथ की थी हत्या
गोरखपुर पुलिस ने बुजुर्ग हरिनारायण यादव की हत्या का सनसनीखेज खुलासा किया है। दरअसल सोखौती के शव में हरिनारायण के भतीजे ने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने खुलासे के दौरान बताया है कि हत्यारोपी चंद्रकेश यादव अपने पिता की मौत के साथ ही अपनी खराब आर्थिक स्थिति का जिम्मेदार अपने चाचा हरिनारायण यादव को मानता था। वारदात के बाद से ही हत्यारोपी भतीजा अपने दोस्त के साथ फरार चल रहा था। लेकिन पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए दोनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर मामला का खुलासा किया है। झगहां पुलिस ने बीते 24 जुलाई को हत्या के बाद से फरार नामजद हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है। मामला का खुलासा करते हुए एसपी नॉर्थ मनोज कुमार अवस्थी ने बताया है कि दरअसल झाड़-फूंक और सोखौती के चक्कर में पड़कर भतीजे ने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर अपने चाचा की गला रेतकर हत्या को दिया अंजाम दिया था। हत्यारोपी चंद्रकेश को शक था कि उसके चाचा हरिनारायण यादव ने उसके परिवार के ऊपर टोना टोटका कराया था। जिस कारण उसके परिवार हमेशा परेशान रहता था। हैरानी की बात यह है कि हत्यारोपी चंद्रकेश ने अपने दो ट्रक और कंबाइन मशीन इसी टोना टोटका के चक्कर में बेच दिया। जबकि इस बीच उसकी कई भैंसे भी मर गई। वहीं अपनी खराब आर्थिक स्थिति और पिता की मौत का जिम्मेदार वह अपने चाचा को ही मानता था। ऐसे में अपने दोस्त के साथ मिलकर बीते 24 जुलाई को अपने चाचा की गला काटकर निर्मम हत्या कर डाली फिलहाल आरोपी को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। वहीं पुलिस ने हत्यारोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल चाकू, खून से सना टीशर्ट और एक मोटरसाइकिल बरामद किया है।
गौरतलब है कि झगहां थाना क्षेत्र के जमरु गांव में बुजुर्ग हरिनारायण यादव की गला रेत कर हत्या की घटना सामने आई थी। वहीं वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे। जिसको लेकर झगहां थाने में मुकदमा दर्ज कर पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी में लगी हुई थी। गिरफ्तारी के लिए झगहां थाने की टीम को लगाया गया था। जिसमें पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने आरोपी रामनाथ यादव और चंद्रकेश यादव को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश किया है.