गोरखपुर-गोविवि कैंपस में छात्रा की संदिग्ध मौत का मामला, एसएसपी ने कहा, पोस्टमार्टम में एंटी बॉटम हैंगिग है मौत की वजह…
गोरखपुर विश्वविद्यालय की छात्रा की संदिग्ध मौत मामले को लेकर चल रही एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने प्रेसवार्ता के दौरान तमाम अफवाहों का खंडन किया है। इस दौरान एसएसपी ने छात्रा की मौत में आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक बताया है कि इसमें छात्रा की मौत की वजह एंटी बॉटम हैंगिग सामने आया है। हालांकि परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है। साथ ही सीएमओ द्वारा पांच सदस्यीय डॉक्टर के पैनल के द्वारा फिर से पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जांच करायी जा रही है। इसके साथ ही पूरे प्रकरण की जांच सीओ चौरीचौरा जगत राम कन्नौजिया को सौंपी गयी है। वहीं एसएसपी ने जोर देकर कहा है कि विश्वविद्यालय कैंपस में छात्रा की मौत की असल वजह को जानने के साथ परिजनों की हर एक आशंका को दूर करने की कवायद की जा रही है। एसएसपी ने बताया है कि मृतक छात्रा के परिजनों के साथ पुलिस और प्रशासन खड़ी है। इस बीच छात्रा की मौत को लेकर सोशलमीडिया पर अफवाह फैलने वालों को चेतावनी देते हुए एसएसपी ने कहा है कि बेवजह अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।
गौरतलब है कि बीते 31 जुलाई को विश्वविद्यालय परिसर स्थित गृह विज्ञान विभाग के प्रयोगशाला से परीक्षा देने आई छात्रा प्रियंका का शव फंदे से लटका मिला था। उस वक्त पुलिस और फोरेसिंक टीम ने मौके पर जाकर साक्ष्य संकलन किया था। जबकि कैंट पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक आगे की कार्रवाई की बात कही थी। इस बीच छात्रा की मौत को लेकर सोशलमीडिया पर तमाम तरफ की अफवाहों के तूल पकड़ने पर छात्रा के परिजनों ने हत्या की आशंका जतायी थी। जिस पर एसएसपी के निर्देश पर फौरन हत्या का केस दर्ज कर मामले की गहराई से तफ्तीश करायी जा रही है। साथ ही एसएसपी ने प्रेसवार्ता के दौरान पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर छात्रा की मौत की वजह फंदे से लटकना बताया है। एसएसपी ने बताया है कि पोस्टमार्टम में एंटी बॉटम हैंगिग से छात्रा की मौत हुई है। साथ ही डॉक्टरों के पैनल को छात्रा के शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं मिले हैं। बावजूद इसके परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर उनकी आशंकाओं को दूर करने की कोशिश कर रही है। जबकि एसएसपी ने अफवाह फैलने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी जारी की है।