क्राइमगोरखपुर

गोरखपुर-विदाई के दौरान जेल अधीक्षक डॉ रामधनी हुए भावुक, कहा-अपनों से बिछड़ने पर होता है कष्ट

गोरखपुर जिला जेल के पूर्व वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ रामधनी की विदाई के मौके पर काफी भावुक पल देखने को मिला है। जब अपनों से बिछड़ने के एहसास से जेल अधिकारी डॉ रामधनी की आंखों में आसू आ गये। हालांकि अपने जज्बातों पर काबू पाते हुए डॉ रामधनी ने मताहतों के साथ अपने साथ के जेल अधिकारियों का आभार जताया है। जिनके साथ उन्होंने जिला जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक के तौर पर चार साल का कार्यकाल बखूबी निभाया। आपको बतादें कि करीब एक माह पूर्व ही डॉ रामधनी का तबादला फतेहगढ़ जेल अधीक्षक के पद पर हुआ है। तबादले के बाद जेल अधीक्षक डॉ रामधनी फतेहगढ़ में डयूटी ज्वाइनिंग के बाद परिवार को साथ लेने छुट्टी लेकर गोरखपुर आये थे। वहीं इस बात की जानकारी मिलते ही पूर्व जेल अधीक्षक के बेहद करीबी दोस्त, जिनमें प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के तमाम साथी अपने चहेते अधिकारी की विदाई के वक्त जेल अधीक्षक के आवास पर पहुंचे थे। जिनमें जेलर प्रेम सागर शुक्ला, न्यूज 18 के वरिष्ठ संवाददाता अनिल सिंह, हिन्दुस्तान अखबार के वरिष्ठ पत्रकार कुंदन उपाध्याय समेत तमाम अधिकारी-कर्मचारी गण मौजूद रहें।
गौरतलब गोरखपुर जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक के तौर पर डॉ रामधनी ने अपने चार साल के बेदाग कार्यकाल के दौरान जेल में कैदियों के बीच की गुटबाजी को खत्म करने के साथ कैंदियों को रोजगारपरक प्रशिक्षण दिलाकर उनमें सुधार लाने का प्रयास किया था। खास तौर पर कोरोना काल के दौरान मुलाकात पर पाबंदी से अवसाद मे डूबे बंदियों को योग और अध्यात्म के जरिए कैदियों की जीवन शैली में सुधार लाने का भी काम किया। इसके साथ ही समय से तमाम कुख्यात बंदियों का गैरजनपद की जेलों में तबादला कराके जेल में अराजकता होने नहीं दिया। आपको बतादें कि जेल में क्षमता से अधिक कैदी होने के बावजूद जेल अधीक्षक रामधनी ने किसी भी कैदी को असुविधा नहीं होने दिया।
फिलहाल शासन से तबादले के बाद अब फतेहगढ़ में अपने नए कार्यकाल में पहले से और बेहतर काम करने की उम्मीद को लेकर डॉ रामधनी वहां गये है। हालांकि डॉ रामधनी का ट्रैक रिकार्ड देखते हुए आशा की जाती है भविष्य में जेल में कैदियों की दशा में सुधार को लेकर और भी सराहनीय काम करेंगे।

Team BNT

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