गोरखपुर-अंधविश्वास की भेंट चढ़ा मासूम गजेन्द्र, बलि देने की खातिर तांत्रिक ने किया अपहरण, दम घुटने से हुई थी मासूम बच्चे की मौत…
गोरखपुर पुलिस ने जिले के पिपराईच थाना क्षेत्र से बरामद मासूम बच्चे गजेन्द्र निषाद की हत्या का सनसनीखेज खुलासा किया है। हैरानी की बात यह है कि बलि देने को लेकर तांत्रिक ने घर पर सो रहे मासूम बच्चे का अपहरण किया था। लेकिन बलि देने से पहले ही दम घुटने से बच्चे की मौत हो गयी थी। दरअसल अपहरण के दौरान तांत्रिक ने बच्चे के शोर मचाने के डर से उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था। इस दौरान मुंह में कपड़ा होने से बच्चे की दम घुटने से मौत हो गयी थी। बच्चे की मौत से घबराये तांत्रिक ने गन्ने के खेत में बच्चे का शव छिपाकर भाग गया था। हालांकि पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए 72 घंटे में ही हत्या की सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया है। एसएसपी डॉ विपिन टाडा ने मासूम बच्चे की हत्या का खुलासा करते हुए बताया है कि दरअसल पिपराईच थाना क्षेत्र के मटिहनिया सोमाली इलाके से बीते 19 तारीख को पांच साल के मासूम बच्चे का शव गन्ने की खेत से पुलिस ने बरामद किया था। मृतक बच्चे के मुंह में हत्यारे ने बेरहमी से कपड़ा ठूंसा था। जबकि बच्चे के हाथ बंधे मिले थे। वहीं मृतक बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गयी थी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस भी दर्ज कर लिया था। जबकि फोरेसिंक जांच के दौरान मामला तंत्र-मंत्र से जुड़ा लग रहा था।
एसएसपी का कहना है कि तफ्तीश के दौरान पुलिस को गांव के ही संतोष निषाद की भूमिका संदिग्ध मिली थी। क्योंकि ग्रामीणों से पूछताछ में इस बात की जानकारी मिली थी की संतोष छह सालों से झाड़-फूंक करता है। ऐसे में पुलिस ने जब संतोष को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा हुआ है। एसएसपी ने बताया है कि अपनी तांत्रिक शक्ति को बढ़ाने की खातिर हत्यारोपी संतोष निषाद मासूम बच्चे की बलि देने की फिराक में था। और अपने नापाक मंसूबे के लिए बीते 19 तारीख को घर पर सो रहे मासूम बच्चे गजेन्द्र का अपहरण कर लिया था। हालांकि बलि देने से पहले ही बच्चे की दम घुटने से मौत हो गयी थी। ऐसे में पुलिस को चकमा देने के लिए तांत्रिक संतोष निषाद ने बच्चे के शव को गन्ने के खेत में छिपाकर फरार हो गया था।
फिलहाल पुलिस ने मासूम बच्चे की हत्यारोपी को गिरफ्तार करने के साथ इस मामले का खुलासा कर दिया है। लेकिन 21वीं सदी में तंत्र-मंत्र के चक्कर में पांच साल के मासूम बच्चे की हत्या समझ से परे है।