गोरखपुर-गगहा की बेटी काजल सिंह की हत्या का वांछित मुठभेड़ में ढ़ेर, एडीजी ने फरार बदमाश पर रखा था एक लाख का ईनाम
गोरखपुर पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान एक लाख के ईनामी बदमाश विजय प्रजापति को मार गिराया है। बदमाश पुलिस टीम पर फायरिंग करके भाग रहा था। वहीं पुलिस की जवाबी कार्रवाई में बदमाश ढ़ेर हुआ है। दिलचस्प है कि बदमाश विजय प्रजापति गगहा के चर्चित काजल सिंह हत्याकांड का मुख्य हत्यारोपी था। बदमाश के कब्जे से पिस्टल कारतूस बरामद किया गया है। साथ ही बदमाश के पास से सीबीआई और हरियाणा पुलिस का फर्जी आई कार्ड भी बरामद किया गया है। पुलिस का दावा है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए फर्जी आई कार्ड के जरिए बदमाश फरारी काट रहा था। जबकि मौके से बदमाश का 1 साथी फरार हुआ है। आपको बता दें कि पुलिस ने काजल सिंह हत्याकांड मामले में नामजद दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। जबकि मुख्य आरोपी विजय प्रजापति फरार चल रहा था। हालांकि बदमाश की गिरफ्तारी के लिए एडीजी ने एक लाख का इनाम घोषित किया था।
एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने बताया कि बीती देर रात चेंकिंग चल रही थी। इस दौरान विजय प्रजापति के संभावित ठिकाने पर जब पुलिस टीम पहुंची तो विजय ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी और भागने लगा। ऐसे में पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश घायल हो गया और दूसरा भाग गया। घायल बदमाश को अस्पताल लाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसकी शिनाख्त विजय प्रजापति के तौर पर हुई है।
गौरतलब है की गगहा थाने के हिस्ट्रीशीटर विजय प्रजापति ने पैसों के लेनदेन के विवाद में गगहा थाना के भलुआन इलाके की काजल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बताया जाता है कि काजल अपने पिता की पिटाई का वीडियो बना रही थी। इसको लेकर विजय ने उसे गोली मार दिया था। जिसकी इलाज के दौरान लखनऊ केजीएमसी में मौत हो गई थी। उसके बाद से ही बदमाश फरार चल रहा था। जबकि पुलिस ने नामजद चार आरोपियों में से दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। मृतक बदमाश पर दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज थे। जबकि एडीजी ने वांछित की गिरफ्तारी को लेकर एक लाख का इनाम घोषित किया था।